CTET Hindi Language test paper 001Ctet Hindi Language Test Paper 153 Created on May 09, 2023 By careerzoneCTET Hindi Language Test Paper 001 1 / 28भाषा अधिगम में चुनौतीपूर्ण अवधि कौन सी है ? वह विशेष समय जब बालिका गहन प्रशिक्षण द्वारा भाषा सीखती है बच्चे के जीवन का हुआ कालजा भाषाएं किसी भी अन्य समय की अपेक्षा अधिक सहजता से सीखी जाती है कक्षा में परीक्षाओं की आवृत्ति भाषा अभ्यास के लिए एक विशेष अवधि 2 / 28निम्नलिखित में से कौन सा शब्द भंडार शिक्षण का उद्देश्य नहीं है ? विभिन्न संदर्भों में शब्दों के प्रयोग की योग्यता हासिल करना संदर्भ से शब्दों के अर्थ समझना शब्दकोश का प्रयोग शब्द - अर्थ कंठस्थ ( याद ) करना 3 / 28प्रत्यक्ष ( निर्देश ) विधि किस बात पर निर्भर करती हैं ? सुनिश्चित तरीके से व्याकरण पढ़ाना निगमनात्मक तरीके से व्याकरण पढ़ाना आगमनात्मक तरीके से व्याकरण पढ़ाना व्याकरण नहीं पढ़ाना 4 / 28मनु भाषा की नए-नए अध्यापिका है । उसे किस पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए ? कार्य पत्रकों ( वर्कशीट ) का अभ्यास विद्यार्थियों को स्वयं को अभिव्यक्त करने के अवसर देना विद्यार्थियों को प्रतिदिन पठन के अवसर देना विद्यार्थियों को शब्द संपदा कंठस्थ (याद ) करने के लिए 5 / 28भाषा की कक्षा में कौन सा उदाहरण प्रामाणिक सामग्री का उदाहरण नहीं है ? भोजनालय की भोजन तालिका ( मैन्यु कार्ड ) गीत के बोल नौकरी हेतु विज्ञापन अंग्रेजी की पाठ्यपुस्तक 6 / 28निम्नलिखित में से कौन सा ' समग्र भौतिक प्रतिक्रिया ' का सिद्धांत नहीं है ? लक्ष्य भाषा का अर्थ क्रियाओं के माध्यम से संप्रेषित किया जा सकता है । शिक्षार्थी करते समय बेहतर तरीके से सीखते हैं पठन बोध बहुत ही महत्वपूर्ण है श्रवण कौशल दूसरों कौशलों से पहले होना चाहिए 7 / 28सृष्टि की कक्षा में , एक विद्यार्थी अपने मित्र से अपने स्वप्न के बारे में कहते हैं और उसकी मित्र उसके प्रश्न का उत्तर देती है । सृष्टि किस युक्ति का प्रयोग कर रहे हैं ? प्रश्न करना साक्षात्कार भूमिका निर्वाह (रोल प्ले ) चर्चा 8 / 28मिनी चाहती है कि उसके विद्यार्थी अपनी पठन सामग्री का सारांश जान ले उसे किस पठन सामग्री का प्रयोग नहीं करना चाहिए ? समाचार पत्र के आलेख पत्रिका के आलेख शोध लेख शब्द कोश 9 / 28निम्नलिखित में से कौन सी विशेषता व्याकरण अनुवाद विधि की विशेषता नहीं है ? शब्द भंडार द्विभाषिक सूची के माध्यम से सिखाया जाता है भाषा की सटीकता को बहुत महत्व दिया जाता है भाषा अधिगम का तात्पर्य शब्दों का अधिगम है । महान लेखकों के लंबे-लंबे लेखन को पाठ्य सामग्री के रूप में लिया जाता है 10 / 28निम्नलिखित में से कौन सी विशेषता भाषा अधिगम के संप्रेषणात्मक उपागम की विशेषता नहीं है ? अर्थतत्व पर आधारित पाठ्यक्रम विभिन्न प्रकार्यो को समझने के लिए विभिन्न स्थितियों में भाषा पढ़ाते हैं भाषा प्रयोग की प्रयुक्तता पर ध्यान नहीं देते हैं । भाषा के सही प्रयोग पर ध्यान देते हैं । 11 / 28गीता की कक्षा के अधिकतर बच्चे अप्रवासी हैं ,वे पहली बार अंग्रेजी सीख रहे हैं , गीता उनके घर की भाषा का प्रयोग करती है और साथ ही धीरे-धीरे अंग्रेजी के शब्दों का प्रयोग शुरु करते हैं और अंग्रेजी में निर्देश देती है । गीता अपनी कक्षा में किसका संवर्द्धन कर रही है ? द्विभाषावाद राष्ट्रवाद देशभक्ति क्षेत्रीयवाद 12 / 28अंशु कक्षा आठ में पढ़ाती है और अपने विद्यार्थियों के शब्द भंडार में वृद्धि करना चाहती है । शब्द भंडार में वृद्धि का सर्वोत्तम तरीका क्या है ? पठन लेखन वाचन श्रवण 13 / 28सुजाता चाहती है कि उसके विद्यार्थी शब्दों की सही वर्तनी लिखें । उसे अपने विद्यार्थियों की कैसे मदद करनी चाहिए ? शब्दों का सही उच्चारण शब्दों का सही पठन साफ - साफ लिखना सही लिखना 14 / 28रीमा ने अपने विद्यार्थियों को एक कहानी सुनाई है । कहानी सुनाने के बाद उसने अपने विद्यार्थियों को उस कहानी का अंत बदलने के लिए कहा ।इस गतिविधि से रिया अपने विद्यार्थियों के लिए क्या करना चाह रही है ? व्याकरण की बेहतर समझ कल्पनाशीलता और रचनात्मकता का पोषण लिखने के उद्देश्य से भाषा की बेहतर समझ निपुण पाठक 15 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।अधिकांश देशों में शिक्षा की आधुनिक राष्ट्रीय प्रणाली सैद्धांतिक और कागजी स्तर पर बच्चों के भौतिक बौद्धिक विकास के लिए प्रतिबद्ध होती है , लेकिन व्यवहार में स्कूली शिक्षा विरले ही ऐसे मौके और बौद्धिक साधन देती है , जिससे बच्चे अपने सामाजिकृत अन्तस पर विचार कर पाए । साधारणतः शिक्षा की ये प्रणालियां बच्चों की चिंतनपरक क्षमताएं विकसित करने की बजाए उनमें वफादार नागरिक के लक्षणों को परिष्कृत करने में लगी रहती है । जहां तक अतीत की पढ़ाई से संबंध है विभिन्न शिक्षा प्रणालियां बच्चों को एक स्वीकृत राष्ट्रीय अतीत में समाजिकृत करने का कार्य करती है । परिवार में संपन्न होने वाली प्राथमिक सामाजिकरण से भिन्न , द्वितीयक समाजीकरण की संस्था की तरह स्कूल राष्ट्र के अतीत का स्वीकृत ज्ञान बच्चों को देता है । किसी भी देश में प्रचलित परिस्थितियों के अनुसार यह भूमिकाएं कानून के पालन से लेकर युद्ध के समय देश के लिए मरने तक की हो सकती है ।'राष्ट्रीय ' में प्रत्यय है : ईन ई इय ईय 16 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।अधिकांश देशों में शिक्षा की आधुनिक राष्ट्रीय प्रणाली सैद्धांतिक और कागजी स्तर पर बच्चों के भौतिक बौद्धिक विकास के लिए प्रतिबद्ध होती है , लेकिन व्यवहार में स्कूली शिक्षा विरले ही ऐसे मौके और बौद्धिक साधन देती है , जिससे बच्चे अपने सामाजिकृत अन्तस पर विचार कर पाए । साधारणतः शिक्षा की ये प्रणालियां बच्चों की चिंतनपरक क्षमताएं विकसित करने की बजाए उनमें वफादार नागरिक के लक्षणों को परिष्कृत करने में लगी रहती है । जहां तक अतीत की पढ़ाई से संबंध है विभिन्न शिक्षा प्रणालियां बच्चों को एक स्वीकृत राष्ट्रीय अतीत में समाजिकृत करने का कार्य करती है । परिवार में संपन्न होने वाली प्राथमिक सामाजिकरण से भिन्न , द्वितीयक समाजीकरण की संस्था की तरह स्कूल राष्ट्र के अतीत का स्वीकृत ज्ञान बच्चों को देता है । किसी भी देश में प्रचलित परिस्थितियों के अनुसार यह भूमिकाएं कानून के पालन से लेकर युद्ध के समय देश के लिए मरने तक की हो सकती है ।'आधुनिक ' का विपरितार्थी शब्द है : नवीन अर्वाचीन प्राचीन वर्तमान 17 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।अधिकांश देशों में शिक्षा की आधुनिक राष्ट्रीय प्रणाली सैद्धांतिक और कागजी स्तर पर बच्चों के भौतिक बौद्धिक विकास के लिए प्रतिबद्ध होती है , लेकिन व्यवहार में स्कूली शिक्षा विरले ही ऐसे मौके और बौद्धिक साधन देती है , जिससे बच्चे अपने सामाजिकृत अन्तस पर विचार कर पाए । साधारणतः शिक्षा की ये प्रणालियां बच्चों की चिंतनपरक क्षमताएं विकसित करने की बजाए उनमें वफादार नागरिक के लक्षणों को परिष्कृत करने में लगी रहती है । जहां तक अतीत की पढ़ाई से संबंध है विभिन्न शिक्षा प्रणालियां बच्चों को एक स्वीकृत राष्ट्रीय अतीत में समाजिकृत करने का कार्य करती है । परिवार में संपन्न होने वाली प्राथमिक सामाजिकरण से भिन्न , द्वितीयक समाजीकरण की संस्था की तरह स्कूल राष्ट्र के अतीत का स्वीकृत ज्ञान बच्चों को देता है । किसी भी देश में प्रचलित परिस्थितियों के अनुसार यह भूमिकाएं कानून के पालन से लेकर युद्ध के समय देश के लिए मरने तक की हो सकती है । गद्यांश के संदर्भ में ' अंतस ' अर्थ है : आंतरिक चेतना भीतर से तपा हुआ भीतरी - चमड़ी मन का ताप 18 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।अधिकांश देशों में शिक्षा की आधुनिक राष्ट्रीय प्रणाली सैद्धांतिक और कागजी स्तर पर बच्चों के भौतिक बौद्धिक विकास के लिए प्रतिबद्ध होती है , लेकिन व्यवहार में स्कूली शिक्षा विरले ही ऐसे मौके और बौद्धिक साधन देती है , जिससे बच्चे अपने सामाजिकृत अन्तस पर विचार कर पाए । साधारणतः शिक्षा की ये प्रणालियां बच्चों की चिंतनपरक क्षमताएं विकसित करने की बजाए उनमें वफादार नागरिक के लक्षणों को परिष्कृत करने में लगी रहती है । जहां तक अतीत की पढ़ाई से संबंध है विभिन्न शिक्षा प्रणालियां बच्चों को एक स्वीकृत राष्ट्रीय अतीत में समाजिकृत करने का कार्य करती है । परिवार में संपन्न होने वाली प्राथमिक सामाजिकरण से भिन्न , द्वितीयक समाजीकरण की संस्था की तरह स्कूल राष्ट्र के अतीत का स्वीकृत ज्ञान बच्चों को देता है । किसी भी देश में प्रचलित परिस्थितियों के अनुसार यह भूमिकाएं कानून के पालन से लेकर युद्ध के समय देश के लिए मरने तक की हो सकती है ।" जहां तक अतीत की पर हाय से संबंध है , " वाक्यांश में रेखांकित शब्द किस विषय की ओर संकेत कर रहा है ? भूगोल नागरिकशास्त्र इतिहास गणित 19 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।अधिकांश देशों में शिक्षा की आधुनिक राष्ट्रीय प्रणाली सैद्धांतिक और कागजी स्तर पर बच्चों के भौतिक बौद्धिक विकास के लिए प्रतिबद्ध होती है , लेकिन व्यवहार में स्कूली शिक्षा विरले ही ऐसे मौके और बौद्धिक साधन देती है , जिससे बच्चे अपने सामाजिकृत अन्तस पर विचार कर पाए । साधारणतः शिक्षा की ये प्रणालियां बच्चों की चिंतनपरक क्षमताएं विकसित करने की बजाए उनमें वफादार नागरिक के लक्षणों को परिष्कृत करने में लगी रहती है । जहां तक अतीत की पढ़ाई से संबंध है विभिन्न शिक्षा प्रणालियां बच्चों को एक स्वीकृत राष्ट्रीय अतीत में समाजिकृत करने का कार्य करती है । परिवार में संपन्न होने वाली प्राथमिक सामाजिकरण से भिन्न , द्वितीयक समाजीकरण की संस्था की तरह स्कूल राष्ट्र के अतीत का स्वीकृत ज्ञान बच्चों को देता है । किसी भी देश में प्रचलित परिस्थितियों के अनुसार यह भूमिकाएं कानून के पालन से लेकर युद्ध के समय देश के लिए मरने तक की हो सकती है । गद्यांश में किस संस्था को बच्चों के समाजीकरण की द्वितीयक संस्था कहा गया है ? परिवार राष्ट्र आस - पड़ोस विद्यालय 20 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।अधिकांश देशों में शिक्षा की आधुनिक राष्ट्रीय प्रणाली सैद्धांतिक और कागजी स्तर पर बच्चों के भौतिक बौद्धिक विकास के लिए प्रतिबद्ध होती है , लेकिन व्यवहार में स्कूली शिक्षा विरले ही ऐसे मौके और बौद्धिक साधन देती है , जिससे बच्चे अपने सामाजिकृत अन्तस पर विचार कर पाए । साधारणतः शिक्षा की ये प्रणालियां बच्चों की चिंतनपरक क्षमताएं विकसित करने की बजाए उनमें वफादार नागरिक के लक्षणों को परिष्कृत करने में लगी रहती है । जहां तक अतीत की पढ़ाई से संबंध है विभिन्न शिक्षा प्रणालियां बच्चों को एक स्वीकृत राष्ट्रीय अतीत में समाजिकृत करने का कार्य करती है । परिवार में संपन्न होने वाली प्राथमिक सामाजिकरण से भिन्न , द्वितीयक समाजीकरण की संस्था की तरह स्कूल राष्ट्र के अतीत का स्वीकृत ज्ञान बच्चों को देता है । किसी भी देश में प्रचलित परिस्थितियों के अनुसार यह भूमिकाएं कानून के पालन से लेकर युद्ध के समय देश के लिए मरने तक की हो सकती है ।शिक्षा प्रणालियों को किस बात के प्रति प्रतिबद्ध होना चाहिए ? बच्चों को आज्ञाकारी नागरिक बनने के प्रति बच्चों में समालोचनात्मक चिंतन कौशल विकसित करने के प्रति बच्चों को राष्ट्र के गौरव से मात्र परिचित कराने के प्रति बच्चों को राष्ट्र का अतीत कंठस्थ कराने के प्रति 21 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।यदि आप किसी अवगुण को दूर करना चाहते हैं , तो उससे दूर रहने के लिए दृढ़ संकल्प करना छोड़िए , क्योंकि जब आप उससे दूर - दूर रहने की कसमें खाते हैं , तब भी आप उसी का चिंतन करते हैं । संसार में प्रत्येक कार्य अनेक कारणों से होता है । यदि दूसरे कारण एकदम प्रतिकूल हो तो अकेली भावना क्या करेगी ? कोई तरुण अपने शरीर को बलवान बनाना चाहता है । खाने-पीने के साधारण नियमों का ख्याल नहीं करता , स्वच्छ वायु में नहीं सोता , व्यायाम नहीं करता , केवल भावना के ही बल पर बलवान होना चाहता है , यह असंभव है । भावना अपना काम करती है , किंतु अकेली भावना खाने-पीने , स्वच्छ वायु और व्यायाम सभी की जगह नहीं ले सकती । सभी भावनाओं में श्रेष्ठ भावना एक ही है जिसे सभी धर्मों ने प्रमुख माना है सभी के प्रति मैत्री , गुणियों के प्रति-श्रद्धा , दुखियों के प्रति दया ,भावना के इन्हीं श्रेष्ठ पक्षों को अपनाने का प्रयत्न और अभ्यास व्यक्ति के निर्माण की कुंजी है ।' अवगुण ' में कौन -सा उपसर्ग प्रयुक्त हुआ है ? अ अन अव अनु 22 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।यदि आप किसी अवगुण को दूर करना चाहते हैं , तो उससे दूर रहने के लिए दृढ़ संकल्प करना छोड़िए , क्योंकि जब आप उससे दूर - दूर रहने की कसमें खाते हैं , तब भी आप उसी का चिंतन करते हैं । संसार में प्रत्येक कार्य अनेक कारणों से होता है । यदि दूसरे कारण एकदम प्रतिकूल हो तो अकेली भावना क्या करेगी ? कोई तरुण अपने शरीर को बलवान बनाना चाहता है । खाने-पीने के साधारण नियमों का ख्याल नहीं करता , स्वच्छ वायु में नहीं सोता , व्यायाम नहीं करता , केवल भावना के ही बल पर बलवान होना चाहता है , यह असंभव है । भावना अपना काम करती है , किंतु अकेली भावना खाने-पीने , स्वच्छ वायु और व्यायाम सभी की जगह नहीं ले सकती । सभी भावनाओं में श्रेष्ठ भावना एक ही है जिसे सभी धर्मों ने प्रमुख माना है सभी के प्रति मैत्री , गुणियों के प्रति-श्रद्धा , दुखियों के प्रति दया ,भावना के इन्हीं श्रेष्ठ पक्षों को अपनाने का प्रयत्न और अभ्यास व्यक्ति के निर्माण की कुंजी है ।' प्रतिकूल ' का विपरीतार्थी शब्द है : विपरीत अनुकूल अनुसार चिरकाल 23 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।यदि आप किसी अवगुण को दूर करना चाहते हैं , तो उससे दूर रहने के लिए दृढ़ संकल्प करना छोड़िए , क्योंकि जब आप उससे दूर - दूर रहने की कसमें खाते हैं , तब भी आप उसी का चिंतन करते हैं । संसार में प्रत्येक कार्य अनेक कारणों से होता है । यदि दूसरे कारण एकदम प्रतिकूल हो तो अकेली भावना क्या करेगी ? कोई तरुण अपने शरीर को बलवान बनाना चाहता है । खाने-पीने के साधारण नियमों का ख्याल नहीं करता , स्वच्छ वायु में नहीं सोता , व्यायाम नहीं करता , केवल भावना के ही बल पर बलवान होना चाहता है , यह असंभव है । भावना अपना काम करती है , किंतु अकेली भावना खाने-पीने , स्वच्छ वायु और व्यायाम सभी की जगह नहीं ले सकती । सभी भावनाओं में श्रेष्ठ भावना एक ही है जिसे सभी धर्मों ने प्रमुख माना है सभी के प्रति मैत्री , गुणियों के प्रति-श्रद्धा , दुखियों के प्रति दया ,भावना के इन्हीं श्रेष्ठ पक्षों को अपनाने का प्रयत्न और अभ्यास व्यक्ति के निर्माण की कुंजी है ।' तब भी आप उसी का चिंतन करते हैं ' व्याख्यान से अभिप्राय है : उसी बात के बारे में सतत विचार करना उसी बात का अध्ययन करना उसी बात के बारे में लिखना उसी बात की दूसरों से चर्चा करना 24 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।यदि आप किसी अवगुण को दूर करना चाहते हैं , तो उससे दूर रहने के लिए दृढ़ संकल्प करना छोड़िए , क्योंकि जब आप उससे दूर - दूर रहने की कसमें खाते हैं , तब भी आप उसी का चिंतन करते हैं । संसार में प्रत्येक कार्य अनेक कारणों से होता है । यदि दूसरे कारण एकदम प्रतिकूल हो तो अकेली भावना क्या करेगी ? कोई तरुण अपने शरीर को बलवान बनाना चाहता है । खाने-पीने के साधारण नियमों का ख्याल नहीं करता , स्वच्छ वायु में नहीं सोता , व्यायाम नहीं करता , केवल भावना के ही बल पर बलवान होना चाहता है , यह असंभव है । भावना अपना काम करती है , किंतु अकेली भावना खाने-पीने , स्वच्छ वायु और व्यायाम सभी की जगह नहीं ले सकती । सभी भावनाओं में श्रेष्ठ भावना एक ही है जिसे सभी धर्मों ने प्रमुख माना है सभी के प्रति मैत्री , गुणियों के प्रति-श्रद्धा , दुखियों के प्रति दया ,भावना के इन्हीं श्रेष्ठ पक्षों को अपनाने का प्रयत्न और अभ्यास व्यक्ति के निर्माण की कुंजी है ।व्यक्ति के निर्माण की कुंजी किसमें निहित है ? व्यायम एवं नियमों के पालन में भावनाओं के श्रेष्ठ पक्षों को अपनाने में समाज के सहयोग में अपने अवगुणों की पहचान में 25 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।यदि आप किसी अवगुण को दूर करना चाहते हैं , तो उससे दूर रहने के लिए दृढ़ संकल्प करना छोड़िए , क्योंकि जब आप उससे दूर - दूर रहने की कसमें खाते हैं , तब भी आप उसी का चिंतन करते हैं । संसार में प्रत्येक कार्य अनेक कारणों से होता है । यदि दूसरे कारण एकदम प्रतिकूल हो तो अकेली भावना क्या करेगी ? कोई तरुण अपने शरीर को बलवान बनाना चाहता है । खाने-पीने के साधारण नियमों का ख्याल नहीं करता , स्वच्छ वायु में नहीं सोता , व्यायाम नहीं करता , केवल भावना के ही बल पर बलवान होना चाहता है , यह असंभव है । भावना अपना काम करती है , किंतु अकेली भावना खाने-पीने , स्वच्छ वायु और व्यायाम सभी की जगह नहीं ले सकती । सभी भावनाओं में श्रेष्ठ भावना एक ही है जिसे सभी धर्मों ने प्रमुख माना है सभी के प्रति मैत्री , गुणियों के प्रति-श्रद्धा , दुखियों के प्रति दया ,भावना के इन्हीं श्रेष्ठ पक्षों को अपनाने का प्रयत्न और अभ्यास व्यक्ति के निर्माण की कुंजी है ।लेखक ने किस बात को असभव बताया है? अवगुण को दूर करना सद्गुणों को अपनाना भावनाओं के बल पर ही लक्ष्य की प्राप्ति उद्देश्य प्राप्ति के लिए केवल चिन्तन करना 26 / 28 नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।यदि आप किसी अवगुण को दूर करना चाहते हैं , तो उससे दूर रहने के लिए दृढ़ संकल्प करना छोड़िए , क्योंकि जब आप उससे दूर - दूर रहने की कसमें खाते हैं , तब भी आप उसी का चिंतन करते हैं । संसार में प्रत्येक कार्य अनेक कारणों से होता है । यदि दूसरे कारण एकदम प्रतिकूल हो तो अकेली भावना क्या करेगी ? कोई तरुण अपने शरीर को बलवान बनाना चाहता है । खाने-पीने के साधारण नियमों का ख्याल नहीं करता , स्वच्छ वायु में नहीं सोता , व्यायाम नहीं करता , केवल भावना के ही बल पर बलवान होना चाहता है , यह असंभव है । भावना अपना काम करती है , किंतु अकेली भावना खाने-पीने , स्वच्छ वायु और व्यायाम सभी की जगह नहीं ले सकती । सभी भावनाओं में श्रेष्ठ भावना एक ही है जिसे सभी धर्मों ने प्रमुख माना है सभी के प्रति मैत्री , गुणियों के प्रति-श्रद्धा , दुखियों के प्रति दया ,भावना के इन्हीं श्रेष्ठ पक्षों को अपनाने का प्रयत्न और अभ्यास व्यक्ति के निर्माण की कुंजी है । शरीर को बलवान बनाने की इच्छा रखने वाले को क्या करना चाहिए ? बलवान बनने की भावना रखनी चाहिए दृढ़ संकल्प लेना चाहिए अच्छी जीवन शैली का अभ्यास सभी के प्रति मैत्री भाव 27 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।यदि आप किसी अवगुण को दूर करना चाहते हैं , तो उससे दूर रहने के लिए दृढ़ संकल्प करना छोड़िए , क्योंकि जब आप उससे दूर - दूर रहने की कसमें खाते हैं , तब भी आप उसी का चिंतन करते हैं । संसार में प्रत्येक कार्य अनेक कारणों से होता है । यदि दूसरे कारण एकदम प्रतिकूल हो तो अकेली भावना क्या करेगी ? कोई तरुण अपने शरीर को बलवान बनाना चाहता है । खाने-पीने के साधारण नियमों का ख्याल नहीं करता , स्वच्छ वायु में नहीं सोता , व्यायाम नहीं करता , केवल भावना के ही बल पर बलवान होना चाहता है , यह असंभव है । भावना अपना काम करती है , किंतु अकेली भावना खाने-पीने , स्वच्छ वायु और व्यायाम सभी की जगह नहीं ले सकती । सभी भावनाओं में श्रेष्ठ भावना एक ही है जिसे सभी धर्मों ने प्रमुख माना है सभी के प्रति मैत्री , गुणियों के प्रति-श्रद्धा , दुखियों के प्रति दया ,भावना के इन्हीं श्रेष्ठ पक्षों को अपनाने का प्रयत्न और अभ्यास व्यक्ति के निर्माण की कुंजी है ।सभी भावनाओं में श्रेष्ठ भावना कौन सी नहीं है ? दुखियों के प्रति उपेक्षा गुणियों के प्रति श्रद्धा सभी के प्रति मैत्री दुखियों के प्रति दया 28 / 28नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा पूछे गए प्रश्न के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए ।यदि आप किसी अवगुण को दूर करना चाहते हैं , तो उससे दूर रहने के लिए दृढ़ संकल्प करना छोड़िए , क्योंकि जब आप उससे दूर - दूर रहने की कसमें खाते हैं , तब भी आप उसी का चिंतन करते हैं । संसार में प्रत्येक कार्य अनेक कारणों से होता है । यदि दूसरे कारण एकदम प्रतिकूल हो तो अकेली भावना क्या करेगी ? कोई तरुण अपने शरीर को बलवान बनाना चाहता है । खाने-पीने के साधारण नियमों का ख्याल नहीं करता , स्वच्छ वायु में नहीं सोता , व्यायाम नहीं करता , केवल भावना के ही बल पर बलवान होना चाहता है , यह असंभव है । भावना अपना काम करती है , किंतु अकेली भावना खाने-पीने , स्वच्छ वायु और व्यायाम सभी की जगह नहीं ले सकती । सभी भावनाओं में श्रेष्ठ भावना एक ही है जिसे सभी धर्मों ने प्रमुख माना है सभी के प्रति मैत्री , गुणियों के प्रति-श्रद्धा , दुखियों के प्रति दया ,भावना के इन्हीं श्रेष्ठ पक्षों को अपनाने का प्रयत्न और अभ्यास व्यक्ति के निर्माण की कुंजी है ।बुरी आदत छोड़ने का दृढ़ संकल्प करने पर भी बार-बार असफलता क्यों मिलती है ? दृढ़ संकल्प याद नहीं रहता । जब दूसरे के कहने पर संकल्प लिया जाता है । जब भावनाएं बलवंती नहीं होती । दृढ़ संकल्प में भी उसी आदत का चिंतन छाया रहता है । Your score isThe average score is 54% LinkedIn Facebook VKontakte 0% Restart quiz Join Our WhatsApp ChannelJoin NowJoin Our Telegram GroupJoin Now